पॉकेटमनी से शुरू किया अलग पहचान बनाने का सफर
वर्ष 2006 में गुजरात विश्वविद्यालय से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बीइ करने के बाद मैंने अहमदाबाद की एक कंपनी में दो वर्ष जॉब की. उस वक्त मैं महज 23 वर्ष की थी. मैंने इस क्षेत्र में अभी कदम ही रखा था. मेरे अंदर सफलता की ओर बढ़ने का जोश भरा हुआ था.
मैं इस क्षेत्र की किसी नामी कंपनी में उच्च पद पर काम करना चाहती थी, लेकिन मुङो कुछ ऐसे सीनियर्स का साथ मिला, जो मुङो मेरी योग्यता दर्शाने का मौका ही नहीं दे रहे थे. धीरे-धीरे मुझें यह भी महसूस होने लगा कि कॉपी / पेस्ट करने का जो काम मैं कर रही हूं, मैंने इसके लिए नौकरी नहीं ज्वॉइन की थी. इसीलिए मैंने जॉब के साथ फ्रीलांसिंग करना शुरू कर दिया. इसी बीच मेरे जेहन में अपनी कंपनी की शुरुआत करने का ख्याल उठने लगा और मैंने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया.
मुश्किल मगर रोचक शुरुआतमैं इस क्षेत्र की किसी नामी कंपनी में उच्च पद पर काम करना चाहती थी, लेकिन मुङो कुछ ऐसे सीनियर्स का साथ मिला, जो मुङो मेरी योग्यता दर्शाने का मौका ही नहीं दे रहे थे. धीरे-धीरे मुझें यह भी महसूस होने लगा कि कॉपी / पेस्ट करने का जो काम मैं कर रही हूं, मैंने इसके लिए नौकरी नहीं ज्वॉइन की थी. इसीलिए मैंने जॉब के साथ फ्रीलांसिंग करना शुरू कर दिया. इसी बीच मेरे जेहन में अपनी कंपनी की शुरुआत करने का ख्याल उठने लगा और मैंने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया.
ठक्कर टेक्नोलॉजी की सफलता का सफर आसान नहीं था. मुझसे पहले मेरे परिवार के किसी भी सदस्य ने कभी भी व्यवसाय के क्षेत्र में कदम नहीं रखा था. इसलिए मैं और मेरे माता-पिता यह नहीं समझ पा रहे थे कि वेब डिजाइनिंग के इस व्यवसाय की शुरुआत हम कहां से करें. कंपनी की शुरुआत करने की कानूनी प्रक्रिया, कंपनी के काम को संभालने के लिए आवश्यक मैनपावर और आर्थिक खर्चो से जुड़ी छोटी-बड़ी जरूरतों को समझने के लिए मैंने और मेरे पिता जी ने बहुत मेहनत की. ये सब थोड़ा मुश्किल जरूर था, लेकिन मैं इसे बेहतरीन अनुभव मानती हूं, क्योंकि अपने व्यवसाय की शुरुआत करने के लिए सारी जानकारी मैंने खुद इकट्ठा की, इस दौरान मुङो काफी कुछ सीखने का मौका मिला.
मुफ्त में किया काम
किसी भी उद्यमी को व्यवसाय की शुरुआत करने में जिस परेशानी का सबसे पहले सामना करना पड़ता है, वह है पैसों के इंतजाम की समस्या. जाहिर है मुङो भी इसके लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. आप यह भी कह सकते हैं कि मैंने किसी प्रकार की पूंजी के बिना अपनी पॉकेटमनी के पैसों से ही अपनी कंपनी ठक्कर टेक्नोलॉजी की शुरुआत की. दरअसल, ठक्कर टेक्नोलॉजी की शुरुआत करते वक्त मैं पूरी तरह से आश्वस्त नहीं थी कि मेरा वह व्यवसाय चलेगा भी या नहीं. मैं पूरा ध्यान अपने व्यवसाय को स्थापित करने में लगाना चाहती थी. ऐसे में किसी भी तरह के नुकसान का सामना नहीं कर सकती थी, बल्कि मुङो ठक्कर टेक्नोलॉजी की शुरुआत के साथ ही प्रॉफिट पर जोर देना था, ताकि मैं अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा सकूं. दूसरी परेशानी यह भी थी कि मेरे परिवार में किसी का भी व्यवसाय से किसी प्रकार का जुड़ाव नहीं था. ऐसे में मुङो अपने क्लाइंट्स की लिस्ट खुद ही तैयार करनी थी. इसीलिए शुरुआती दौर में मैंने बेहद कम पैसों में काम किया. कभी-कभार तो मैंने खुद को साबित करने और क्लाइंट्स से अच्छे रिलेशन बनाने के लिए मुफ्त में भी काम किया.
कम उम्र खड़ी करती थी मुश्किलें
23 वर्ष की उम्र में व्यवसाय की शुरुआत करने पर मुङो क्लाइंट्स का विश्वास जीतने में भी थोड़ी परेशानी होती थी. लोगों को लगता था कि बिजनेस करने के लिए अभी मैं बहुत छोटी हूं. उन्हें इस बात की भी शंका होती थी कि अपनी कंपनी को मैं कैसे संभाल पाऊंगी. क्लाइंट्स भी कम उम्र के कारण मेरी कुशलता पर यकीन नहीं करते थे. हालांकि मेरा काम देखने के बाद उन्हें किसी तरह की शिकायत या संदेह नहीं रहता था.
रोचक रहा सफर
एक उद्यमी होना अपने आप में काफी रोचक होता है. आज अपने व्यवसाय को सफलता के मुकाम पर पहुंचाने के बाद मुङो उन लोगों से मिलना काफी रोचक लगता है, जिन्होंने इस सफर की शुरुआत में मेरी कुशलता को नकार दिया था. इसमें वे लोग भी शामिल हैं, जो जॉब के दौरान मेरे टैलेंट पर सवाल उठाया करते थे. आज जब मैं उनसे एक कदम आगे के पायदान पर खड़ी हूं, ऐसे में उनका सामना करना मुङो बेहद रोचक लगता है. वे लोग आज भी किसी कंपनी में एक कर्मचारी के तौर पर काम कर रहे हैं, जबकि मैंने खुद को साबित कर अपनी पहचान बनाने में सफलता हासिल कर ली है.
युवा उद्यमियों के लिए संदेश
एक कुशल कैप्टन कभी भी डूबती नाव के साथ नहीं डूबता. हां, मगर घमंड लोगों को जरूर डुबो देता है. ऐसे में दूसरों के घमंड के आगे अपने विश्वास को कभी कमजोर न होने दें.
व्यवसाय शुरू करते वक्त फैंसी ऑफिस, तेज चलनेवाली कार जैसी दिखावे की चीजों पर ज्यादा पैसे न खर्च करें. कोई भी व्यवसाय दिखावे के दम पर आगे नहीं बढ़ता. आपका व्यवसाय आपके खून, पसीने की कमाई से फलता-फूलता है.
एक सबसे जरूरी बात जो व्यवसाय की शुरुआत करनेवाले हर उद्यमी को याद रखनी चाहिए कि आप रातोंरात करोड़पति नहीं बन जाते. सफलता हासिल करने के लिए आपको संयम के साथ अपने व्यवसाय और अपनी मेहनत पर विश्वास रखना चाहिए.
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